~ गणगौर के गीत ~
पूजा शुरू करते समय
1) किवाड़ी खुलवाने का गीत — Gangaur ka Geet Kiwadi khulvane ka
गौर ए गणगौर माता खोल ए किवाड़ी
बाहर ऊबी थारी पूजण वाली।
पूजो ए पूजो बाईयां , काई काई मांगों
म्हे मांगा अन्न धन , लाछर लक्ष्मी।
जलहर जामी बाबुल मांगा, राता देई मायड़
कान कंवर सो बीरो मांगा , राई सी भौजाई।
ऊँट चढयो बहनोई मांगा , चूंदड़ वाली बहना
पूस उड़ावन फूफो मांगा , चूड़ला वाली भुवा।
काले घोड़े काको मांगा , बिणजारी सी काकी
कजल्यो सो बहनोई मांगा , गौरा बाई बहना।
भल मांगू पीहर सासरो ये भल मांगू सौ परिवार ये
गौर ए गणगौर माता खोल ए किवाड़ी।
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गणगौर के गीत पूजा करते समय
Gangaur ke Geet Pooja valeगौर गौर गोमती ईसर पूजे पार्वती पार्वती का आला-गीला , गौर का सोना का टीका टीका दे , टमका दे , बाला रानी बरत करयो करता करता आस आयो वास आयो खेरे खांडे लाडू आयो , लाडू ले बीरा ने दियो बीरो ले मने पाल दी , पाल को मै बरत करयो सन मन सोला , सात कचौला , ईशर गौरा दोन्यू जोड़ा जोड़ ज्वारा , गेंहू ग्यारा , राण्या पूजे राज ने , म्हे पूजा सुहाग ने राण्या को राज बढ़तो जाए , म्हाको सुहाग बढ़तो जाय , कीड़ी- कीड़ी , कीड़ी ले , कीड़ी थारी जात है , जात है गुजरात है , गुजरात्यां को पाणी , दे दे थाम्बा ताणी ताणी में सिंघोड़ा , बाड़ी में भिजोड़ा म्हारो भाई एम्ल्यो खेमल्यो , सेमल्यो सिंघाड़ा ल्यो लाडू ल्यो , पेड़ा ल्यो सेव ल्यो सिघाड़ा ल्यो झर झरती जलेबी ल्यो , हरी -हरी दूब ल्यो , गणगौर पूज ल्यो इस तरह सोलह बार बोल कर आखिरी में बोले एक-लो , दो-लो , तीन लो ….. सोलह-लो । |
Gor Gor Gomti (English) – Gangaur Geet
Isar puje parwati, Parwati ka aala gela, Gor ka sona ka tika,Tika de tamka de rani Barat kare Gora de raani,Karta Karta aas aayo maas aayo, kher khand ladu layo, Ladu le bira ne diyo, biro le gatkaye gayo, biro chundri odhay gayo San man solah, Saat kachola, Ranya puje raaj ne, mhe mhaaka sawaag ne, Ranya ko raaj badhto jaaye, Mhako suhaag badhto jaaye, Sawaag bhaag keedi yae, Kidi thaari jaat hai, Jaat hai Gujarat hai, Gujaratiya ro pani , de de thamba tani, Tani mein singhada, badi mein bijoda, maharo bhai emlyo ghemlyo, ladu leyo, peda leyo, jhar jharti jalebi leyo, hari hari dob leyo, gangaur pooj leyo,
ek do teen char paach che saat aath nau das gyarah baarah tera chodah pandrah solahIsar Parwati dono bhola !! |
गीत ( 2 )
ऊँचो , चवरो , चोकुंटो , जल जमना रो नीर मंगाय।
जठ ईशर जी सांपज ,बाई गवरा गवर पूजाय।
गवर पूजावंता यूं केब ,सायब आ जोड़ी अबछाल राख
अबछल पीवर सासरो , ए बाई ,अब छल सो परिवार ,
ऊँचो चवरो चोकुंटो जल जमना रो नीर मंगाय।
( अपने घर वालो के नाम लेते जाएँ )
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गणगौर के गीत हिंडा के
Gangaur ke Geet Hinda ke
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चम्पा री डाली , हिन्डो माण्डयो , रेशम री गज डोर।
जी ओ म्हे हिन्डो माण्डयो।
म्हारे हिंडोल इशरदास जी पधारया , ले बाई गवरा ने साथ।
जी ओ म्हे हिन्डो माण्डयो।
होले से झोटो दिया ओ पातलीया डरप लो नाजूक जीव।
जी ओ म्हे हिंडो मण्डियों।
चम्पल री डाली हिंडो मांडियो ,रेशम री गज डोर।
जी ओ म्हे हिंडो मंड्यो।
( बेटी जवाई के नाम लेते जाएँ )
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गणगौर के गीत चूनड़ी के
Gangaur ke Geet Chundi ke
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गीत ( 1 )
ईशरदास जी बीरो चूनड़ी रंगाई
बाई रोवां के दाय नहीं आई रे
नीलगर ओज्यूँ रंग दे म्हारी चुनड़ी
अल्ला रंग दे पल्ला रंग दे।
म्हारे माथे पे मोरिया छपाई दे नीलगर।
( भाई बहन का नाम लेना हैं।
ईशरदास जी की जगह भाई का नाम
और रोवा की जगह बहन का नाम )
गीत ( 2 )
चमकण घाघरो चमकण चीर ,
बोलबाई रोवां कुण थारा बीर
बड़ो बड़ो म्हारो ईशरदास बीर
बांसयुं छोटो कानीराम बीर
चुनरी ओढावे म्हारो ईशरदास बीर
माय स्यु मिलावे म्हारो छोटो कानीराम बीर।
चमकण लागे घाघरा चमकण चीर …
( भाई का बहन का नाम लेते हैं )
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गणगौर का गीत टीकी का
Gangaur ka Geet Tiki ka
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अम्बो तो जाम्बा टीकी , पाना तो पल्ला टीकी
हरो नगीनों टीकी सोना की
या टीकी गौरा बाई ने सोवे
ईशरदास जी बैठ घडावे टीकी
अम्बो तो जाम्बा
( इसी प्रकार सबके नाम लेने हैं )
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गणगौर का गीत चोपड़ा का
Gangaur ka Geet Chopada ka
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गौर थारो चोपडो माणक मोती छायो ऐ
माणक मोती छायो ऐ यो तो सच्चा मोती धायो ऐ
ब्रह्मदास जी रा ईसरदास जी रोली रंग लाया ऐ
ईसरदास जी रा कानीराम जी परण पधराया ऐ
परण पधारया वाकी माया टीका काड़या ऐ
रोली का वे टीका काड़या ऊपर चावल चेपया ऐ
गौर थारो चोपडो माणक मोतिया छायो ऐ
माणक मोतिया छायो ऐ वो तो सच्चा मोती छायो ऐ।
(ब्रह्मदास जी की जगह दादा ससुर जी का ,
ईसरदास की जगह पति का और
कानीराम जी की जगह पुत्र का नाम लेना चाहिए )
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जंवारा – गणगौर गीत
म्हारा हरिया जंवारा ओ राज लंबा-तिखा सरस बदृया
म्हारा लुणीया जंवारा हो लांबा-तिखा सरस बदृया…
ये तो सुरजीरा बाया हो राज, रेणा दे जी सिंच लिया
ये तो इसरजीरा बाया ओ राज, गोरा दे जी सिंच लिया
ये तो सासु बहुरा सिंच्या ओ राज, गहुडा पिला पड रह्या
बाईसा तो गड सिंच्या ओ राज, लांबा-तिखा सरस बदृया
म्हारो दूध भरो कटोरो ओ राज, बाई रोवा पीव लिया
म्हारो गेना भरीयो डाबो ओ राज, बाई सोवा पेर लिया
म्हारी पचरंगी चुंदडी ओ राज, बाई गोरां ओढ लिया
म्हारा हरिया जंवारा …
पाटो धो – गणगौर गीत 6
पाटो धोये पाटो धो , भायां को बहन पाटो धो, पाटा ऊपर पीलो पान , महे जाश्या बीरा की
जान,
जान जाश्या पाँ खास्या, बीरा ने परंणाशयां
थाली में खाजा, म्हारो बीरो राजा थाली में पताशा बीरो करे तमाशा
चूडो धो ये चूडो धो, भायां को बहन चूडो धो, पाटा ऊपर पीलो पान,
म्हे जाश्या बीरा को जान,
जान जाश्या पान खाश्या, बीरा ने परंणाशयां
थाली में खाजा, म्हारो बीरो राजा थाली में पताशा बीरो करे तमाशा
एल खेल – गणगौर गीत 7
एल खेल नदी बेव ओ पाणी कठ जासी रे,
आधो जासी अल्या गल्या आधो इसर न्हासी रे,
इसरजी न्हाया धोया गोरा बाई न्हासी रे,
गोराबाई क बेटो हुयो भुवा बधाई ल्यासी रे,
अरदा ताणों परदा ताणों बांदरबाल बंधाओ रे,
सार केरी सुई ल्याओ पाट करा बांगा रे,
आवो रे भतीजा थांकी भुवा ल्याई बागा रे,
भुवाक भरोसे जी भतीजा रेग्या नागा रे,
पावडिया – गणगौर गीत 8
पग दे पावडिया, ईसरदास जी चढया, लैर बाई रोवां, देवो ना सभी देव आशीष जी
पग दे पावडिया, कानीराभ चढया, लैर बाई रोवां, देवो ना सभी देव आशीष जी